पाठ 19 हाय मेरी चारपाई
शब्दार्थ –
शरारती = शरारत करने वाला ।
हुड़दंग = उपद्रव ।
अभियान = किसी विशेष कार्य के लिए योजना बनाकर उस पर कार्य करना ।
कनस्तर = खाली पीपा ।
होली दहन = होली जलना / होली जलाना ।
खटकना = बुरा लगना , अनबन होना ।
थिरकन =ठुमक- ठुमककर चलना , नाचते हुए चलना ।
प्रश्न और अभ्यास
प्रश्न 1. होली के झाड़ को पहाड़ जैसा ऊँचा बनाने के लिए बच्चों को क्या करना पड़ा ?
उत्तर - होली के झाड़ को पहाड़ जैसा बनाने के लिए बच्चों ने आसपास की सूखी झाड़ी काट ली जाए किन्तु बच्चों ने ऐसा नहीं किया । तब बच्चों ने मुहल्ले के कंजूस और गुस्सैल किस्म के लोगों की चारपाई , मेज कुर्सी , सीढ़ी इत्यादि होली में डालकर पहाड़ बना दिया ।
प्रश्न 2. होली के लिए कहाँ - कहाँ से सामान लाया गया ?
उत्तर – मास्टर रतिलाल और पं . गंगाप्रसाद की चारपाई , मन्ने साव का फाटक , हरीचंद चूनेवाले की सीढ़ी और न जाने क्या - क्या सामान होली के लिए लाया गया ।
प्रश्न 3. होली के लिए सामान उठाने में किन लोगों का विशेष ध्यान रखा गया ?
उत्तर - होली के लिए सामान उठाने में मुहल्ले के कंजूस और गुस्सैल लोगों का विशेष ध्यान रखा गया ।
प्रश्न 4. कहानी के नायक को होली - दहन की रात फर्श पर ही दरी बिछाकर क्यों सोना पड़ा ?
उत्तर – कहानी के नायक की चारपाई किसी ने गायब कर दी थी । जिस कारण उसे रात फर्श पर ही दरी बिछाकर सोना पड़ा ।
प्रश्न 5. माँ और पिताजी के चेहरे पर गुस्से और परेशानी के भाव क्यों थे ?
उत्तर - माँ और पिताजी के चेहरे पर गुस्से और परेशानी के भाव इसलिए थे कि कहानी के नायक की चारपाई किसी ने चुरा ली थी ।
प्रश्न 6. बच्चों की टोली ने लोगों के घरों से होली जलाने के लिए जो सामान उठाया , क्या तुम्हारी दृष्टि में यह काम उचित था ? क्यों ?
उत्तर - बच्चों की टोली ने लोगों के घरों से होली जलाने के लिए लकड़ी के उपयोगी सामानों की चोरी कर उन्हें होली में जला दिया जो पूरी तरह गलत था । इसकी जगह बच्चे घूम - घूम कर घरों से लकड़ी इत्यादि माँगते तो भी होली का पहाड़ बन सकता था ।
प्रश्न 7. होली पर लोग हुड़दंग मचाते हैं , दूसरों को परेशान भी करते हैं । तुमने किस तरह से होली मनायी ? क्या तुम हुड़दंग मचाना उचित समझते / समझती हो ?
उत्तर- होली के त्यौहार पर हुड़दंग करना एकदम गलत है । हँसी - खुशी के वातावरण में त्यौहार मनाने की जगह लोगों पर कीचड़ डालना , गालियाँ देना , चोरी के सामान से होली का झाड़ भरना आदि कार्यों से होली का महत्व कम होता जा रहा है । हमें शालीनतापूर्वक रंग और गुलाल से होली का त्यौहार मनाना चाहिए ।
भाषा तत्व और व्याकरण
प्रश्न 1. दुःख और शोक की अवस्था में लोगों के मुँह से हाय शब्द निकलता है । इसी प्रकार निम्नलिखित अवसरों पर हमारे मुँह से क्या शब्द निकलते हैं प्रसन्नता में / आश्चर्य में / उत्साह में / चिन्ता में ।
उत्तर-
प्रसन्नता में - आहा
आश्चर्य में - अरे
उत्साह में - वाह
चिन्ता में - ओह
प्रश्न 2. नीचे दिए गए मुहावरों के अर्थ लिखो एवं वाक्यों में प्रयोग करो
उत्तर- ( क ) काटो तो खून नहीं अत्यधिक भयभीत।
वाक्य प्रयोग – मेरी चारपाई को जब माँ ने पूछा तो उस समय मेरी हालत काटो तो खून नहीं ।
( ख ) रंग फीका पड़ जाना - डर जाना ।
वाक्य प्रयोग– चारपाई न पा कर मेरा रंग फीका पड़ गया।
( ग ) झाड़ का पहाड़ बन जाना -बड़ा रूप ।
वाक्य प्रयोग - टूट - टाटकर होली के झाड़ में पड़ता - रहा कुछ ही घंटों में झाड़ का पहाड़ बन गया ।
( घ ) भेंट चढ़ा देना - खत्म हो जाना ।
वाक्य प्रयोग – होली के दहन में चारपाई भेंट चढ़ गयी ।
प्रश्न 3. नीचे दिए गए शब्दों / शब्द समूहों का अपने वाक्यों में प्रयोग करो - मौज - मस्ती , आसपास , डरते - डरते , देखते - ही देखते , मंडली , परेशान , शरारत , चौंककर , नेतृत्व
उत्तर - ( 1 ) मौज - मस्ती- पिकनिक में बच्चे मौज मस्ती कर रहे थे ।
( 2 ) आसपास - हमारे घर के आसपास बहुत से पेड़ - पौधे हैं ।
( 3 ) डरते - डरते - चोर ने डरते - डरते पुलिस को बताया ।
( 4 ) देखते - ही - देखते - होली के दिन देखते - ही देखते वर्षा होने लगी ।
( 5 ) मंडली — गाँव में रामलीला की मंडली बनाई गई । ( 6 ) परेशान - लोग गर्मी से परेशान हैं ।
( 7 ) शरारत - बच्चे शरारत करते हैं ।
( 8 ) चौंककर - चोर चौंककर वहाँ से भाग गया ।
( 9 ) नेतृत्व – कप्तान के कुशल नेतृत्व से मैच जीता ।
प्रश्न 4. नीचे लिखे वाक्यों को सही करके पुनः लिखो
उत्तर -
( क ) रिमझिम - रिमझिम पानी की बूँद बरस रहा है ।
वाक्य – रिमझिम - रिमझिम पानी की बूँदें बरस रही है।
( ख ) हर टुकड़ा में तीन - चार लड़के था ।
वाक्य – हर टुकड़ों में तीन - चार लड़के थे ।
( ग ) हर वर्ष का तरह होली आया ।
वाक्य - हर वर्ष की तरह होली आयी ।
( घ ) उन दिनों मेरा बिल्लू से खटक रहा था ।
वाक्य – उन दिनों मेरी बिल्लू से कुछ खटक रही थी ।
( ङ ) लड़कियाँ हंस रहे हैं ।
वाक्य – लड़कियाँ हंस रही हैं ।
प्रश्न 5. ' ने ' और ' को ' का प्रयोग करते हुए दो वाक्य बनाकर लिखो ।
उत्तर – ( 1 ) महेश ने सुरेश को वायलिन दिया ।
( 2 ) रवि ने हरि को पेन दिया ।
प्रश्न 6. निम्नलिखित शब्दों में से जो स्त्रीलिंग है उन्हें स्त्रीलिंग के वर्ग में और जो पुल्लिंग हैं उन्हें पुल्लिंग वर्ग में लिखो घुँघरु , भैंस , बोतल , पोशाक , हिरण , वेदना , घटना , पीपल , घी , सुपानी , चपाती , दाँत , अरहर , चारपाई , होली , रंग , कनस्तर , पहाड़ , झाड़ , मंडली , पहाड़ी ।
उत्तर पुल्लिंग शब्द – बोतल , रंग , कनस्तर , झाड़ पहाड़ , अरहर , दाँत , घटना हिरण
स्त्रीलिंग शब्द – घुँघरु , वेदना , घी , पीपल चपाती , भैंस , चारपाई , होली , सुपारी , पोशाक पहाड़ी , मण्डली , हिरण
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न
प्रश्न 1. कहानी के नायक के घर से कौन - सा सामान उठाया गया ?
उत्तर – कहानी के नायक के घर से चारपाई उठा ली गई ।
प्रश्न 2. उन दिनों नायक की अपने किस दोस्त से अनबन चल रही थी ?
उत्तर – उन दिनों नायक की बिल्लू से अनबन चल रही थी ।
प्रश्न 3. मंडली की हर टुकड़ी में कितने लड़के थे ?
उत्तर - मंडली की हर टुकड़ी में तीन - चार लड़के - थे ।
प्रश्न 4. किसने , किससे कहा ?
( क ) “ क्यों रे ! तेरी चारपाई कहाँ है ?
उत्तर- पिताजी ने कहानी के नायक से कहा ।
( ख ) “ हाँ , हमने सारा घर देख लिया । कहीं नहीं मिली । कहाँ रखी थी निकालकर ” ?
उत्तर - माँ ने कहानी के नायक से कहा ।
प्रश्न 5. सोचो और लिखो हम होली का त्योहार क्यों मनाते हैं ? उत्तर - होली का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है ।
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