हिंदी कक्षा 7वीं पाठ 9 त्यागमूर्ति ठाकुर प्यारेलाल सिंह

 पाठ 9 त्यागमूर्ति ठाकुर प्यारेलाल सिंह


प्रश्न और अभ्यास

पाठ से

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए -

प्रश्न 1. ठाकुर प्यारे लाल सिंह ह वकालत ल समाजसेवा के रद्दा कइसे बनाइस?

उत्तर - ठाकुर प्यारे लाल सिंह ह वाइट ल समाजसेवा के रद्द कर दिया गया। गरीब अउ मजबूत मजदूर मन ल नियनव बर बहुतेच काम करय. राजनंदगांव के बी. एन. सी. मिल के श्रमिक मन ल देव हकाय बर 1520 म सबो श्रमिक ल एक प्रस्ताव लेकर हड़ताल करा दिन। मिल मजदूर मन के मांग पूरा होय के पाछू आंदोलन खत्म होइस।

प्रश्न 2. छत्तीसगढ़ राज के निरमान खातिर जुझइया नेता ठाकुर प्यारे लाल ल काबर कहे गेहे?

उत्तर - छत्तीसगढ़ राज के निरमान खातिर जुझइया नेता ठाकुर प्यारे लाल ल कहे गेहे काबर कि ओ मन किसान, मजदूर, बनिहार मन ल सकेल के उकर अधिकार के रक्षा बर अँगरेजी सरकार के संग लड़ाई लड़ीस अउ कई बेर जेल गइन।

प्रश्न 3. ठाकुर प्यारेलाल ह पढ़ाई में बाधा आय के बाद भी आगु के पढ़ाई कइसे करिस?

उत्तर-ठाकुर प्यारेलाल ह रायुपर के सरकारी हाईस्कूल शास. बहुद्देशीय उच्चतर माध्यमिक शाला से मेट्रिक के परीक्षा पास करिन तेकर पाछू नागपुर के हिस्लाप कालेज ले इंटरमीडियट करिन। इही बीच म पिताजी के अचानक देहावसान हो जाए के कारण उँकर पढ़ई म बाधा आ गे पर ओकर मन में आगू पढ़े के इच्छा बने रिहिस। ओमन बी.ए. के परीक्षा पास करने के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 1916 में वकालत के परीक्षा घलो पास करिन ।

प्रश्न 4. ठाकुर प्यारे लाल स्वदेशी भावना ल कहाँ-कहाँ तक बढ़ाइस अउ ओकर जनता में का-का परभाव पड़ीस?

उत्तर - अंग्रेजी सरकार के काल म देश के स्वदेशी आंदोलन के लहर चले रहिस। ठाकुर साहेब राजनांदगाँव म स्वदेशी आंदोलन म शामिल हो गइन और तीर-तखार के गाँव म घलो राष्ट्रीय चेतना के विस्तार के काम शुरू कर दिन अउ जन-जागरण बर खूब काम करिन ।

प्रश्न 5. भू-दान आन्दोलन के का मतलब होथें अउ प्यारेलाल के भू-दान आंदोलन म का योगदान रहिस? लिखव ।

उत्तर - भू-दान वीर एम ठाकुर प्यारेलाल सिंह का योगदान - भूमिहीन खेतिहर श्रमिक ल भूस्वामी बनाये के परान के संग आचार्य विनोबा भावे के भूदान क्रांति के ओहा सिपाही बने। ओ मन जेन गांव म जावंय ऊहां के मालगुजार अउ बड़े किसान मन अपन जमीन के हिस्सा दान कर देवंय. इही भू-दान के 2200 मील की  के लम्बा यात्रा म जबलपुर के तीर म ठाकुर प्यारेलाल सिंह शहीद होंगे।

प्रश्न 6. शिक्षा के क्षेत्र म ठाकुर साहेब का योगदान रहिस ?

उत्तर - शिक्षा के क्षेत्र म ठाकुर साहेब छत्तीसगढ़ एजुकेशन सोसायटी के स्थापना करिस अउ छत्तीसगढ़ कालेज शुरू करिस । ओ ह छत्तीसगढ़ के पहिली महाविद्यालय रिहिस। आज ये ह प्रदेश के प्रमुख महाविद्यालय हवय ।

पाठ से आगे

प्रश्न 1. ठाकुर साहेब जन सेवा के अब्बड़ काम करिन । जन सेवा के का मतलब होथे। तु मन ल जन सेवा के मौका मिलही त का का करहु । सँगवारी मन सन बात कर लिखव ।

उत्तर - ठाकुर प्यारे लाल सिंह के जीवन ले हमन ल ये संदेश मिलथे कि हमन ला भी अपन जिनगी के पल-छिन ल समाज के निरमान म लगा देना चाही। देश के कल्यान के खातिर हम ल बलिदान करना चाही। किसान, मजदूर, बनिहार मन के अधिकार बर लड़ना चाही। देश के आजादी बर लड़ना चाही। हमन ला भी अपन तीर-तकार के गाँव म राष्ट्रीय चेतना के विस्तार करना चाही। स्वदेशी आन्दोलन म भाग लेना चाही। गरीब अउ कमजोर मनखे मन के न्याय देवाय बर काम करना चाही।

भाषा से

प्रश्न 1. पाँच क्रिया शब्द म "इया" प्रत्यय लगाके नवाँ शब्द बनाव अउ अपन वाक्य म प्रयोग करव।

उत्तर - चलना + इया = चलइया

वाक्या - रद्दा म चलइया मन सोझबाय नइ चलय।

लूटना + इया = लुटइया

वाक्य - आजकल शहर में लुटइया मन के संखा बढ़ गेहे। रहना + इया = रहइया

वाक्य - ठाकुर प्यारेलाल सिंह राजनांदगाँव के रहइया हवय। पढ़ना + इया = पढ़इया

वाक्य - पढ़इया लइका मन एती ओती के बात म ध्यान नइ देय।

पीना + इया = पिइंया

वाक्य - शराब पिइंया मन ला सुध-बुध नई रहय।

प्रश्न 2. पाँच शब्द युग्म सोच के लिखव अउ ओला अपन वाक्य म प्रयोग करव -

1. पल-छिन

वाक्य - महापुरुष मन अपन जिनगी के पल-छिन ल समाज के निर्माण म लगा देथे।

2. संगे-संग

वाक्य - छ. ग. के संगे-संग जम्मो देश के कल्याण खातिर बलिदानी मन बलिदान करिन ।

3. जी-जान

वाक्य - देशभक्त देश के खातिर अपन जी-जान लगा दे थे।

4. होस-हवास

वाक्य - परीक्षा के दिन म लइकामन ला खाये पिये के होस-हवस नइ रहय।

5. मेल-मिलाप

वाक्य - ठाकुर प्यारेलाल के मेल-मिलाप कई झन देशभक्त अउ साहित्यकार ल होइस।

प्रश्न 3. खाल्हे लिखाय शब्द के उल्टा अर्थ वाला शब्द लिखव -

निरमान -विनास

दुरलभ - सुलभ

देशी  -  विदेशी

नियाव - अनियाव

 पहिली - आखिरी

सुरता - भूल

कड़क - नरम

तीर-तखार - दूरिहा।


Post a Comment

0 Comments