अध्याय 15 अपशिष्ट और उसका प्रबंधन
अभ्यास प्रश्न
1. तालाब का पानी पीने योग्य न होने के क्या करण हो सकते हैं ?
उत्तर तालाब का पानी पीने योग्य न होने के निम्नलिखित कारण हैं–
( 1 ) घर से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों को तालाब में डाल दिया जाता है ।
( 2 ) मवेशियों को तालाब में नहलाया जाता है ।
( 3 ) गंदी नालियों का पानी तालाब में डाल दिया जाता है ।
( 4 ) मनुष्य नहाने के अलावा कपड़े भी तालाब में ही धोते हैं । इन सब कारणों से तालाब प्रदूषित हो गया है और पानी पीने योग्य नहीं है ।
प्रश्न 2. अगर कचरे की मात्रा इसी तरह बढ़ती रहे तो भराव क्षेत्र की क्या स्थिति होगी ?
उत्तर- अगर कचरे की मात्रा इसी तरह बढ़ती रही तो भराव क्षेत्र पूरा कचरे से भर जायेगा , जिससे वायु , जल , भूमि प्रदूषित हो जायेगी , जिसका स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ेगा और वातावरण की सुन्दरता भी नष्ट हो जायेगी ।
प्रश्न 3. रोजमर्रा के जीवन में प्लास्टिक इस्तेमाल करने लाभ और हानियों को लिखिए । उत्तर- रोजमर्रा के जीवन में प्लास्टिक इस्तेमाल करने से होने वाली लाभ व हानियाँ निम्नलिखित हैं–
लाभ- ( 1 ) प्लास्टिक की थैलियाँ बनाई जाती है जिसका उपयोग सब्जियों फल आदि के लेनदेन में किया जाता है ।
( 2 ) प्लास्टिक से गिलास , कटोरी , चम्मच प्लेट आदि बनाये जाते हैं ।
हानियाँ– ( 1 ) प्लास्टिक की थैलियाँ अकसर नालियों में एकत्र होकर पानी के बहाव को रोक देती है ।
( 2 ) कई जानवर गाय , कुत्ते वगैरह कुड़े के साथ प्लास्टिक को भी निगल जाते हैं । ये प्लास्टिक उनकी आँत में फँसकर मौत का कारण बन जाती हैं ।
( 3 ) मिट्टी में प्लास्टिक के एकत्र होने के कारण पानी का बहाव रुक जाता है ।
प्रश्न 4. पुनः चक्रण का अर्थ स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर- पुन : चक्रण वह क्रिया है , जिससे अपशिष्ट पदार्थों जैसे - धातु , प्लास्टिक , काँच व रबर को वैज्ञानिक विधि द्वारा उपयोग में लाने योग्य बनाया जाता है ।
प्रश्न 5. केंचुए को कृषि मित्र क्यों माना जाता है ?
उत्तर- केंचुए मिट्टी में उपस्थित सड़े - गले अपशिष्टों को खाते हैं । और मल के द्वारा इन्हें जैविक खाद के रूप में निकालते हैं । इस जैविक खाद को केंचुआ खाद या वर्मीकम्पोस्ट कहते है । इसमें नाइट्रोजन फॉस्फोरस और पोटैशियम आदि पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते हैं । जो कृषि के लिए लाभदायक होते हैं । अत : केंचुए को कृषि मित्र माना जाता है ।
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के उपाय लिखिए ।
उत्तर – प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए हम निम्न उपाय कर सकते हैं –
( 1 )दुकानदार को प्लास्टिक की थैली के स्थान पर कागज की थैली का उपयोग करना चाहिए ।
( 2 ) प्लास्टिक के गिलास , कटोरी , चम्मच , प्लेट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए ।
( 3 ) प्लास्टिक की चीजों को कबाड़ वाले को बेच देना चाहिए , ताकि प्लास्टिक का पुनः चक्रण हो सके ।
( 4 ) प्लास्टिक को कभी नहीं जलाना चाहिए , क्योंकि इसको जलाने से वायु प्रदूषण होता है ।
प्रश्न 2. निम्नीकरण व अनिम्नीकरण से आप क्या समझते ?
उत्तर -निम्नीकरण- वे वस्तुएँ जिनका विघटन आसानी से हो जाता है , जैव निम्नीकरण पदार्थ कहलाते हैं ।
उदाहरण– सब्जी तथा फल के छिलके , कागज , गत्ता आदि ।
अनिम्नीकरण- वे वस्तुएँ जिनका विघटन आसानी से नहीं हो सकता , जैव अनिम्नीकरण पदार्थ कहलाते है ।
उदाहरण –प्लास्टिक , काँच , सीमेंट आदि ।
प्रश्न 3. अपशिष्ट पदार्थों के कारण होने वाले दुष्प्रभाव को लिखिए ।
उत्तर- अपशिष्ट पदार्थों के कारण होने वाले दुष्प्रभाव इस प्रकार हैं
( 1 ) वायु , जल व भूमि प्रदूषित होती है ।
( 2 ) स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है ।
( 3 ) वातावरण की सुन्दरता नष्ट हो जाती है ।
2 Comments
वेरी nice
ReplyDeleteThanks sir
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