बिसे लाल सहायक शिक्षक (एल. बी)
शा.प्राथमिक शाला -मेंड्रा
संकुल केंद्र कोड़ा वि.खं.खडगवां
जिला -कोरिया (छ.ग.)
ग्राम मेंड्रा के स्कूल पारा में नियमित रूप से मोहल्ला कक्षा का संचालन हो रहा है कोरोना के कारण शाला में अध्यापन कार्य प्रभावित हुआ है, इस क्षति को पूरा करने के लिए मोहल्ला कक्षा व ऑनलाइन कक्षा वह मिस्ड कॉल गुरुजी से पढ़ाई के स्तर को मजबूत बनाने, पढ़ाई को रोचक बनाने के लिए निरंतर टी. एल. एम. निर्माण मेरे द्वारा किया गया है जिसमें कि बच्चों में मात्रा का ज्ञान तथा शब्दों को जोड़कर पाठ्य पढ़ने में सफलता मिली साथ ही पर्यावरण के प्रोजेक्ट बनने से आसपास के पाए जाने वाल पेड़ पौधे तथा जीव जंतु तथा मौसम के बारे में बच्चों में समझ विकसित हुई है साथ ही ऑनलाइन प्रशिक्षण से भी काफी कुछ सीखने को मिला, जिससे कि बच्चों को घर बैठे ज्ञान विकसित हुई है पढ़ाई के साथ-साथ बच्चे ऑनलाइन रंगोली बनाना, चित्रकला बनाने, का कार्य तथा साथ में मिट्टी के खिलौने बनाना तथा कबाड़ से टी. एल. एम. बनाकर ऑनलइन सिखाया गया! चित्रकला से बच्चे मानसिक रूप से सोचने के लिए सदृढ़ हुए है, साथ ही बच्चों में ऑनलाइन पढ़ाई के प्रति उत्सुकता बढ़ रही है अब बच्चे भी बेझिझक होकर ऑनलाइन सवाल पूछते हैं और अपना अध्यापन का कार्य करते हैं!
कहावत है" कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती! इस कहावत को सही करके दिखाया है, शासकीय प्राथमिक शाला मेंड्रा, संकुल केंद्र -कोड़ा, विकासखंड -खड़गवां, जिला कोरिया में पदस्थ शिक्षक बिसे लाल जी ने!
कोरोनावायरस के कारण मार्च 2020 से सभी स्कूल कॉलेज बंद है विद्यालय बंद होने के कारण बच्चों को शैक्षिक गतिविधि से जोड़ पाना एक बहुत महत्वपूर्ण चुनौती है, शासकीय प्राथमिक शाला मेंड्रा में ऑनलाइन क्लास संभव नहीं था, क्योंकि यहां सभी पलकों के पास स्मार्टफोन और एंड्रॉयड फोन उपलब्ध नहीं है!और ना ही यहां सही ढंग से मोबाइल सिग्नल उपलब्ध रहता है, परिणाम स्वरूप मेंड्रा के तीन पारा 1- स्कूल पारा, 2- घोघरा पारा, 3-पूरब पारा, मे नियमित रूप से मेरे द्वारा मोहल्ला क्लास का संचालन किया जा रहा है! जिसमें हम मोहल्ले में घूम घूम कर मोहल्ला क्लास का संचालन कर रहे हैं, इस कार्य में हमारे साथ विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्री डी. पी. मिश्रा सर, श्री ए.पी.सी. राज चापेकर जी, सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्री जितेंद्र गुप्ता सर, संकुल समन्वयक श्री भूपेंद्र सिंह, प्रभारी प्रधान पाठक श्री मनोज खाखा जी का विशेष मार्गदर्शन व सहयोग रहा, शिक्षा सारथी श्री गणेश सिंह जी कु. सोनकुंवर तथा कु. सुभद्रा का भी विशेष योगदान रहा! बिसे लाल जी अपने मोटरसाइकिल में बोर्ड व सहायक शिक्षण सामग्री, तथा शैक्षिक सामग्री, लेकर निकलते हैं मोहल्ला क्लास में हिंदी के सहायक शिक्षण सामग्री से बच्चों को पाठ्य पुस्तक पढ़ना सिखाया जा रहा है जिसका स्वयं निर्माण बिसे लाल ने किया है, सुलेख लेखन, व श्रुति लेखन, में भी विशेष जोर दिया जा रहा है इसके साथ-साथ बच्चों के लिए मिनी पुस्तकालय कि भी व्यवस्था भी मेरे द्वारा की गई है! कविता और कहानी के माध्यम से बच्चों में समझ विकसित की जा रही है, गणित को आसानी से समझने के लिए इबारती प्रश्न तथा मन गणित सवाल के माध्यम से समझ विकसित की जा रही है! पर्यावरण की अवधारणा को समझने के लिए परिवेश ज्ञान, तथा सहायक सामग्री प्रयोग, के माध्यम से बच्चों को शिक्षा दी जा रही है! बच्चों को चित्र बनाना सिखाना, मिट्टी के तरह-तरह के खिलौने बनाना सिखाना, रंगीन कागज का इस्तेमाल करके फूल बनाना, इत्यादि गतिविधियां प्रयोग की जा रही है! कोरोना संक्रमण को देखते हुए बच्चों का सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा जाता है और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की शिक्षा दी जा रही है मोहल्ला क्लास में सभी बच्चों को कोरोना वायरस से बचाव हेतु मास्क उपलब्ध कराई गई है साथ -साथ सेनीटाइजर का भी इस्तेमाल किया जा रहा है, ग्रामीण जनों को कोरोना वायरस से बचाव की जानकारी तथा साबुन से नियमित रूप से हाथ धोने के लिए प्रेरित किया जा रहा है जिसका पालन गांव के लोगों द्वारा भी नियमित और सहज़ रूप से किया जा रहा है! मोहल्ला क्लास के संचालन में गांव के समस्त ग्रामीण जनों का भी विशेष योगदान है जिसके कारण हमें मोहल्ला क्लास के संचालन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने व सफल बनाने में सफलता मिली है।
मेरी सफलता की कहानी
अपने छात्रों में सृजनात्मक भाव और ज्ञान का विकास करना ही एक शिक्षक का सबसे महत्वपूर्ण दायित्व है "
अल्बर्ट आइंस्टीन के इन वाक्यों को चरितार्थ किया है शासकीय प्राथमिक शाला मेंड्रा विकासखंड खड़गवां, जिला कोरिया- (छ. ग. )के शिक्षक श्री बिसे लाल ने वैश्विक महामारी कोविड-19 ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले रखा है इस महामारी के कारण सभी का जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है आर्थिक और सामाजिक व्यवस्था के साथ-साथ शैक्षिक व्यवस्था भी बुरी तरीके से प्रभावित हुई है! जो कि एक बहुत बड़ी समस्या है वैश्विक समस्या के इस इस दौर में भी हमने बच्चों के शैक्षिक व्यवस्था को बनाए रखने का प्रयास किया है!
ऑनलाइन कक्षा कक्ष:-- ग्रामीण अर्थव्यवस्था एवं कमजोर नेटवर्क समस्या होने के बावजूद भी शिक्षकों के द्वारा नियमित रूप मोहल्ला क्लास का संचालन किया गया! जिन पालकोके पास स्मार्टफोन नहीं थे, उनके बच्चों को कीपैड मोबाइल पर वॉइस कॉलिंग के माध्यम से पढ़ाई कराया गया!
मोहल्ला कक्षा का संचालन:-- ऑनलाइन कक्षा के साथ-साथ मोहल्ला का क्षेत्र भी सफलतापूर्वक संचालन किया गया है मोहल्ला क्लास में खुद से T.L.M. का निर्माण करके अध्यापन कार्य को रुचिकर बनाया गया, खेल खेल में शिक्षा को और अधिक गतिशील व प्रभावी बनाया गया! कला और क्राफ्ट के माध्यम से रंगीन कागज के फूल बनाना सिखाया गया! बच्चों के कार्य पुस्तिका व चित्रकला में विशेष ध्यान दिया गया! साफ सफाई पर नियमित रूप से अवलोकन किया गया शिक्षक के द्वारा कक्षा संचालन के दौरान सभी बच्चों को मास्क वितरण किया गया! गांव के सभी सदस्यों को सामाजिक दूरी का पालन कराया गया सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना बार-बार हाथ धोना बताया गया! बच्चों को श्रुतलेखन, व सुलेख में जोर दिया गया स्वयं के व्यय से मोहल्ला क्लास के सभी बच्चों को कॉपी, पेन, रबर, स्केज, कलर पेंसिल, चार्ट पेपर, वितरण किया गया सभी बच्चों को पर्यावरण पर प्रोजेक्ट कार्य दिया गया! बच्चों के लिए मिनी पुस्तकालय का भी मेरे द्वारा निर्माण किया गया! चार्ट वर्क, वर्किंग मॉडल, बनाया गया अनुपयुक्त वस्तुओं को उपयोगी वस्तु बनाने हेतु उदाहरण स्वरूप जानकारी दी गई! ऑगमेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर मोहल्ला क्लास को रोचक व महत्वपूर्ण बनाया गया।
स्टोरी वियर:-- स्टोरी वियर वेबसाइट में बच्चों के क्षेत्रीय भाषा में मेरे द्वारा कहानी भी लिखा गया है जिसमें बच्चे रुचि पूर्वक कहानी पढ़ते व सुनते हैं!
चॉकलिट ऐप:-- चॉकलिट ऐप से हिंदुस्तान युनिलीवर ने प्रशिक्षण आयोजन किया था! जिनमें बच्चों को व्हाट्स एप ग्रुप में शामिल करके स्वच्छता आदत प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक किया जिसमें पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में मेरा स्थान 41 वें नंबर पर रहा और अपने गृह जिला कोरिया में दूसरे (2)स्थान प्राप्त किया!
बालिका शिक्षा में जोर:--- मैंने"एक दिया बेटी के नाम" प्रतियोगिता सहभागिता में भाग लिया जिसमें 18 राज्य व 3 विदेश के प्रतिभागी शामिल थे, जो बेटी के शिक्षा पर ऑनलाइन कार्य कर रहे थे, जिसमें रनर अप में सातवें(7) स्थान को मैंने प्राप्त किया!
1 Comments
छत्तीसगढ़ राज्य के कोरिया स्कूल में पदस्थ शिक्षक श्री बिसे लाल शिक्षा के लिए जो प्रयास और प्रयोग कर रहे हैं वे हम सभी शिक्षकों के लिए उदाहरण और अनुकरणीय हैं
ReplyDeleteउनके लिए बहुत सारी शुभकामनाएं,,,,, महेश प्रसाद शर्मा प्राथमिक शिक्षक पी एस दहलवाड़ा वि खं बाड़ी जिला रायसेन म. प्र.