पद परिचय
आज हम पद परिचय को समझेंगे। पद परिचय को जानने के लिए हमें शब्द को भी समझना होगा।
शब्द
सार्थक वर्ण समूह शब्द कहलाते हैं।
पद
वाक्य में प्रयुक्त शब्द पद कहलाते हैं।
पद -परिचय
वाक्य में प्रयुक्त पद का व्याकरण के अनुसार परिचय कराना ही पद -परिचय कहलाता है।
पद परिचय करते समय निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिए-
1. संज्ञा - यदि रेखांकित पद संज्ञा है तो निम्नलिखित बातें लिखनी चाहिए -
संज्ञा
प्रकार - व्यक्तिवाचक,जातिवाचक, भाववाचक।
लिंग - पुल्लिंग,स्त्रीलिंग।
वचन- एकवचन, बहुवचन।
कारक - कर्ता, कर्म,करण, सम्प्रदान,अपादान, संबंध, अधिकरण।
अन्य पदों से संबंध। जैसे कर्ता कारक होने पर लिखना की किस क्रिया का कर्ता है।
2. सर्वनाम - यदि पद सर्वनाम है तो -
प्रकार - पुरुषवाचक, निश्चयवाचक,अनिश्चयवाचक,प्रश्नवाचक, संबंधवाचक,निजवाचक।
लिंग - स्त्रीलिंग,पुल्लिंग।
वचन - एकवचन,बहुवचन।
कारक - कर्ता, कर्म,करण, सम्प्रदान,अपादान, संबंध, अधिकरण।
यदि कर्ता कारक है तो लिखना चाहिए किस क्रिया का कर्ता है।
3. विशेषण - यदि पद विशेषण है तो -
प्रकार - गुणवाचक, परिमाणवाचक,संख्यावाचक, सार्वनामिक।
लिंग -स्त्रीलिंग ,पुल्लिंग।
वचन - एकवचन,बहुवचन।
विशेष्य - जिस शब्द की विशेषता बता रहा।
4. क्रिया - यदि पद क्रिया है तो -
प्रकार - सकर्मक, अकर्मक।
वाच्य - कर्तृ वाच्य,कर्मवाच्य,भाववाच्य।
काल - वर्तमान काल,भूत काल,भविष्य काल।
लिंग - स्त्रीलिंग,पुल्लिंग।
वचन - एकवचन, बहुवचन।
क्रिया का कर्ता।
5 .क्रियाविशेषण
प्रकार - काल वाचक,स्थान वाचक, परिमाणवाचक, रीतिवाचक।
विशेष्य - जिस क्रिया की विशेषता बता रहा है।
6 . संबंध बोधक अव्यय- किन पदों ,पदबंधों और उपवाक्यों को जोड़ता है।
7. समुच्चयबोधक अव्यय- किन पदों को जोड़ता है।
विस्मयादि बोधक अव्यय - हर्ष,विस्मय,शोक,घृणा आदि को लिखना।
उदाहरण
1. मोहन विद्यालय जाता है।
मोहन - व्यक्तिवाचक संज्ञा,पुल्लिंग,एकवचन, कर्ता कारक,'जाता है' क्रिया का कर्ता।
विद्यालय - व्यक्तिवाचक संज्ञा,पुल्लिंग,एकवचन, कर्मकारक 'जाता है' क्रिया का कर्म ।
जाता है - सकर्मक क्रिया, एकवचन,पुल्लिंग,वर्तमानकाल, कर्तृवाच्य,' मोहन' कर्ता की क्रिया।
2 . वह क्या खाता है ?
प्रकार - पुरूष वाचक सर्वनाम,एकवचन, पुल्लिंग,कर्ता कारक,'खाता है 'क्रिया का कर्ता।
क्या - प्रश्नवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग,एकवचन,कर्मकारक,'खाता है' क्रिया का कर्म।
खाता है - सकर्मक क्रिया,एकवचन, पुल्लिंग,कर्तृवाच्य, वर्तमानकाल,, ' वह ' कर्ता की क्रिया।
3. यह लड़की सुंदर है।
यह - सार्वनामिक विशेषण,एकवचन,स्त्रिलिंग, "लड़की" विशेष्य का विशेषण।
सुंदर - गुणवाचक विशेषण, एकवचन,स्त्रीलिंग, "लड़की" विशेष्य का विशेषण।
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