हार्ड कापी आउटपुट एवं सॉफ़्ट कॉपी आउटपुट /HARD COPY AND स SOFT COPY OUTPUT

हार्ड कापी आउटपुट एवं सॉफ़्ट कॉपी आउटपुट को समझते हैं 


हम जानते हैं कंप्यूटर तीन स्ट्रैप्स में काम करता है :-

इनपुट——>प्रोसेस——->आउटपुट. 

इस प्रकार प्राप्त आउटपुट को हम विभिन्न प्रकार से देख सकते हैं या प्राप्त कर सकते हैं आउटपुट को देखने के लिए हमारे पास सामान्यता मोनिटर होता है जिसे हम आउटपुट डिवाइस बोलता है क्या आपको पता है स्पीकर भी एक आउटपुट डिवाइस है।क्योंकि स्पीकर से हमें वाइज़ के माध्यम से मतलब आवाज़ के माध्यम से आउटपुट प्राप्त होता है जैसे यदि हम कोई गाना प्ले करते हैं तो हमें वह स्पीकर में सुनाई देता है या कंप्यूटर से कोई निर्देश हमें प्राप्त होता है तो वह हमें मॉनिटर पर डिस्प्ले होता है या फिर स्पीकर के माध्यम से सुनाई देता है।इसके अलावा plotter भी एक आउटपुट डिवाइस है जिसका उपयोग सामान्यता बड़े बड़े नक़्शे बनाने के लिए किया जाता है।

एक विशेष बातों पेनड्राइव आउटपुट डिवाइस के साथ साथ इनपुट डिवाइस भी है तो जब कभी आपसे पूछा जाए तो आपको बताना है पैन ड्राइव और साथ ही हार्ड डिस्क rewritable CD इत्यादि।

अब आओ हम हार्ड कापी आउटपुट और सॉफ़्ट कॉपी आउटपुट के बारे में  चर्चा करते हैं

हार्ड कॉपी आउटपुट :- प्रोसेसिंग के बाद प्राप्त होने वाला यह वह आउटपुट है जो एक बार हमें मिल जाए तो इसमें कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता है जैसे यदि हम प्राप्त होने वाले आउटपुट को प्रिंटर से प्रिंट कर दें तो हमें मिला प्रिंटआउट को परिवर्तित नहीं किया सकता है जो प्रिंट हो गया है उसे आप किसी भी प्रकार से मिटा नहीं सकते है जैसे यदि आपने एक लैटर टाइप किया और उसका प्रिंटआउट निकाला है अब जो आपको प्रिंट मिला है यदि उसमें कहीं कोई गलती हो जाती है तो आप उसे परिवर्तित नहीं कर सकते न ही मिटा सकते हैं ।है न कई बार आपने देखा भी होगा यदि आप पन्ने पर क़लम से कुछ लिख देते हैं तो उसे मिटाना संभव नहीं होता हम उसे या तो काटकर फिर से लिखते हैं या वाइटनर लगाते हैं।परिवर्तन करने के लिए हमें वह आउटपुट दोबारा लेना पड़ता है मतलब हमें सुधार कर दोबारा प्रिंटआउट लेना पड़ेगा।इस प्रकार की आउटपुट को हम हार्ड कॉपी आउटपुट कहते हैं अब आपको जहाँ पर भी हार्ड कापी आउटपुट कहा जाए तो आप समझ जाइए कि वह प्रिंटआउट ही है या ऐसा आउटपुट है जिस पे कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता है।

उदाहरण :- प्रिंटर, प्लाटर इत्यादि।

सॉफ़्ट कॉपी आउटपुट :- जैसा कि हम आउटपुट को समझ चुके हैं सामान्यता में आउटपुट मॉनिटर पर ही दिख जाता है तो मॉनिटर पर दिखने वाला आउटपुट सॉफ़्ट कॉपी आउटपुट है क्योंकि यदि कोई गलती होती है तो हम उसे तुरंत परिवर्तित कर सकते हैं कहने का मतलब है कि यदि आपको लग रहा है की कहीं कोई गलती हो गई है तो आप उसे कीबोर्ड के माध्यम से या अन्य माध्यम से सुधार कर सकते हैं। कहने का मतलब है कि यदि आपको ऐसा आउटपुट मिलता है जिसमें परिवर्तन करने की गुंजाइश है या परिवर्तन कर सकते हैं उसमें हम सॉफ़्ट कॉपी आउटपुट कहते हैं ।मॉनिटर पर दिखने वाले आउटपुट या इस आउटपुट को जब हम पैन ड्राइव या स्टोरेज डिवाइस में स्टोर कर लेते हैं तो उसमें हम सॉफ़्ट कॉपी आउटपुट कहते हैं।

उदाहरण:- पेनड्राइव हार्डडिस्क अन्य स्टोरेज डिवाइस या मॉनिटर पर दिखने वाला आउटपुट इत्यादि।

अब आपको समझ में आ गया होगा कि सॉफ़्ट कॉपी और हार्ड कॉपी से क्या तात्पर्य है जब आपको कहा जाता है कि आप कोई काम सॉफ़्ट कॉपी में लाए तो समझ जाइए कि आपको वह वर्ग या तो पेनड्राइव में या CD में ले जाना है और यदि आप से कहा जाता है कि आप इसकी हार्ड कापी लाएँ तो समझ जाइए कि आपको उसका प्रिंटआउट निकालकर ले जाना हैलेकिन हार्ड कॉपी प्रिंटआउट के पहले आप निश्चिंत हो जाएं कि जो आउटपुट है वो सही है यदि नहीं है तो उसे सही करके उसका हार्ड कापी आउटपुट प्राप्त करें।जो भी इस जगत में प्रिंटेड फ़ॉर्म में है वो हार्ड कापी आउट है।

क्या आपको पता है आप जो नोट्स बनाते हो वह भी हार्ड कापी कहा जा सकता है क्योंकि गलती होने पर उसे बदलना पड़ता है या उसे निरस्त करना पड़ता है और यदि आप नोट्स को कंप्यूटर में स्टोर करता है जिसके लिए MS ऑफ़िस या एडिटर का उपयोग करते हैं तब वह सॉफ़्ट कॉपी कहलाएगा।

मुझे उम्मीद है कि आपको हार्ड कापी आउटपुट और साफ़ कपड़े आउटपुट को समझने में आसानी हुई होगी और आपको यह तथ्य समझ में आ गया होगा ।


   धन्यवाद

    संजीव कुमार सोनी कम्प्यूटर शिक्षक मध्यप्रदेश 

 


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