पाठ 4 मौसी
अभ्यास
पाठ से
प्रश्न 1. बच्चों को मौसी ने सितारों जड़ा आसमान कैसे दिखाया ?
उत्तर- बच्चों को मौसी ने नीले रंग के पल्ले पर झिलमिलाते सितारे को बिछाकर सितारों जड़ा आसमान दिखाया और बच्चों ने महसूस किया कि उनके सामने आकाश फैल गया हो ।
प्रश्न 2. नन्हें बच्चे मौसी का दामन कब छोड़ते थे ?
उत्तर- बच्चे जब बड़े होकर मिडिल स्कूल में जाने लगते तो मौसी का दामन छोड़ते थे ।
प्रश्न 3. मौसी के न रहने पर मुहल्ला कैसा लग रहा था और क्यों ?
उत्तर - मौसी के न रहने से मुहल्ला खाली लगता था क्योंकि मौसी पेड़ के नीचे बैठती थी , तो घर वालों को भी बच्चों की कोई चिन्ता नहीं रहती थी । मौसी के न रहने से वे अपने बच्चों को बाहर नहीं खेलने देते थे ।
प्रश्न 4. मौसी अचानक गायब क्यों हो गई ?
उत्तर- मौसी की बहुत तबीयत खराब थी उसका चेहरा पीला व सूख गया था , इसलिए मौसी मुहल्ले से बहुत दिनों से गायब हो गई थी ।
प्रश्न 5. मौसी अपने बारे में सवाल पूछने पर क्या - क्या जवाब देती थी ?
उत्तर- कोई बच्चा उससे पूछता " मौसी तुम कहाँ की रहने वाली हो " , तो कहती " तुम्हारे मुहल्ले की " तुम कौन हो तो कहती– " तुम्हारी मौसी " । तुम्हारे बेटे - बेटियाँ कहाँ हैं ? ' ' तो अपनी ऊँगली से एक - एक बच्चे को छू कर कहती " यह मेरा बेटा , यह मेरी बेटी " । नाम पूछो तो कहती " मैं मौसी हूँ । यह मेरा नाम है । " इस प्रकार का जवाब मौसी अपने बारे में सवाल पूछने पर देती थी । प्रश्न 6. मौसी पुल पर बैठकर क्यों रो रही थी ? उत्तर - मौसी का अपना कोई नहीं था और बिज्जू की माँ ने उसे अपने घर से चली जाने के लिए कह रही थी उस समय मौसी की तबीयत भी खराब थी फिर भी उसे घर से निकाल दिया गया था इसलिए मौसी पुल पर बैठकर रो रही थी ।
प्रश्न 7. लड़कों ने मौसी के लिए क्या - क्या किया ?
उत्तर - लड़कों ने मौसी के लिए निम्नलिखित व्यवस्था की किसी ने अपने घर से दरी और तकिया लाकर दिया , किसी ने कटोरा भर दूध लाकर दिया , किसी लड़के ने प्रकाश के लिए अपने घर से लैम्प उठा लाया । बलदेव के पिता डॉक्टर थे उनको वह बुलाकर ले आया कि वह बीमार मौसी को देख ले ।
पाठ से आगे
प्रश्न 1. लेखक की माँ अपने बच्चों से कहती है कि " उस गरीबिनी से लेकर क्यों खाते हो ? वह थोड़ा - सा चना चबेना अपने लिए रखती होगी " इन पंक्तियों में लेखक की माँ का कौन - सा भाव मौसी के लिए छिपा है आपस में विचार कर लिखिए ?
उत्तर- इन पंक्तियों में लेखक की माँ का यह भाव मौसी के लिए छिपा है कि मौसी बहुत गरीब थी और बड़ी मुश्किल से वह अपने लिए चना - चबेना और मूँगफलियों का इंतज़ाम करती होगी सारा बच्चों में बाँट देने से वह खुद फिर कहाँ से इंतजाम करेगी और स्वयं क्या खायेगी ।
प्रश्न 2. मैं बूढ़ी हूँ न बेटे , अब फिर से जवान होकर मैं आऊँगी ! मौसी ने ऐसा क्यों कहा होगा ?
उत्तर- चूँकि मौसी बहुत बीमार थी उसके शरीर में ताकत नहीं थी , वह अत्यंत कमजोर हो गई थी ठीक से चल फिर भी नहीं पा रही थी अतः स्वास्थ्य ठीक होने को मौसी ने फिर से जवान होकर आने की बात कही होगी ।
प्रश्न 3. बिज्जू की माँ ने मौसी के साथ जिस तरह का व्यवहार किया , बुजुर्गों के साथ आपने इस तरह का व्यवहार होते देखा होगा । इस तरह की घटनाओं को देखकर आप क्या महसूस करते हैं , चर्चा कर लिखिए ।
उत्तर- बिज्जू की माँ ने मौसी के साथ जिस तरह का व्यवहार किया , बुजुर्गों के साथ इस तरह का व्यवहार होते देख हम यह महसूस करते हैं कि लोग बड़े बुजुर्गों से इस तरह का बुरा व्यवहार क्यों करते हैं । बुजुगों के प्रति हमारे मन में आदर की भावना होनी चाहिए और अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए सेवाभावी होना चाहिए ।
प्रश्न 4. बच्चों के लगाव से मौसी ने यह क्यों कहा " अब मैं मर भी जाऊँ तो तुम लोगों को छोड़कर कहीं नहीं जाऊँगी " मौसी का यह वाक्य बच्चों के प्रति उसके किन भावों को प्रगट करते हैं ? अपनी समझ को लिखिए ।
उत्तर- " अब मैं मर भी जाऊँ तो तुम लोगों को छोड़कर कहीं नहीं जाऊँगी " मौसी का यह वाक्य बच्चों के प्रति आत्मीयता की भावना को भाव प्रगट करता है । बच्चों से मौसी को बहुत स्नेह था चूँकि सारे बच्चे मौसी से अच्छा व्यवहार करते थे मौसी के बीमार होने पर उसकी देखभाल करने लगे , आवश्यकतानुरूप अपने - अपने घर से कुछ न कुछ लाकर बच्चों ने मौसी की मदद की थी इसलिए मौसी ने यह वाक्य कहा था कि " मर भी जाऊँ तो तुम लोगों को छोड़कर कहीं नहीं जाऊँगी । "
भाषा से
प्रश्न 1. इन वाक्यों को देखें
( क ) मौसी प्रतिदिन बच्चों को कहानियाँ सुनाती थी ।
( ख ) उसे भरपेट भोजन मिल पाता था ।
दोनों शब्द सामासिक पद हैं जो अव्ययीभाव समास के उदाहरण हैं । इस समास में पहला पद प्रधान होता है । इसमें समस्त पद अव्यय बन जाता है अर्थात् उसका रूप कभी नहीं बदलता है । इसके साथ विभक्ति चिन्ह भी नहीं लगता है ।
जैसे -
हाथों - हाथ , बेशक - शक के बिना , निडर - डर के बिना , निस्संदेह - संदेह के बिना ।
पाठ में आए अव्ययीभाव समास के पद ढूँढकर लिखें ।
उत्तर- इन वाक्यों को पढ़िये
( क ) मौसी प्रतिदिन बच्चों को कहानियाँ सुनाती थीं ।
( ख ) उसे भरपेट भोजन मिल जाता था ।
रेखांकित समस्त पदों को समझिए । इनके पूर्व पद अर्थात् ‘ प्रति ’ और ‘ भर ' अव्यय हैं ।
जिन समस्त पदों में पूर्व पद की प्रधानता हो और जो वाक्य में क्रिया विशेषण का कार्य करें , उन्हें अव्ययीभाव समास कहते हैं । अव्ययी भाव का पहला पद प्राय : अव्यय होता है यथा प्रति , हर , आदि जिस समस्त पद के पहले पद हों वे शब्द अव्ययी भाव समास होते हैं । प्रतिवर्ष , हररोज , भरसक , आमरण , आजन्म में पहला पद अव्यय लगा है । इसलिए ये समस्त पद अव्ययी भाव समास के उदाहरण हैं । द्विरुक्ति शब्द जैसे - घर - घर , रोज - रोज , क्षण - क्षण अव्ययी भाव समास के उदाहरण हैं ।
प्रश्न 2. मैं यहाँ से जा रही हूँ बेटा कहते हुए मौसी की आँखें भर आई । " आँखें भर आना " एक मुहावरा है , जिसका अर्थ है आँखों से आँसू आना ' विछोह की पीड़ा झलकना ' । इसी तरह के आँखों से जुड़े हुए बहुत सारे मुहावरे प्रचलित हैं उन्हें खोजकर अर्थ सहित लिखिए ।
उत्तर- 1. आँख का तारा-बहुत प्रिय ।
2. आँखों में धूल झोंकना -धोखा देना ।
3. आँखें लाल होना -गुस्से से देखना ।
4. आँखें दिखाना -गुस्से को प्रकट करना।
5. आँख बचाना -छिपकर निकलना ।
6. आँखें बिछाना-सत्कार करना
7. आँख का काँटा होना- बुरा लगना ।
8. आँखें खुलना -समझ में आना ।
प्रश्न 3. यहाँ क्यों बैठी हो मौसी ? तबीयत कैसी है?तू क्यों जा रही है मौसी ? उपर्युक्त तीनों वाक्य प्रश्नवाचक हैं ( ? ) पाठ मे ऐसे बहुत से अवसर हैं जहाँ प्रश्नवाचक वाक्यों का प्रयोग हुआ है । उन्हें खोजकर लिखिए और स्वयं से प्रश्नवाचक शब्दों ( क्या , क्यों , कैसे , कब , कहाँ ) का प्रयोग करते हुए इस प्रकार के वाक्यों का निर्माण कीजिए ।
उत्तर- पाठ से प्रश्नवाचक वाक्य
1. मौसी कौन थी ?
2. मौसी कहाँ से आई थी ?
3. मौसी रहती कहाँ है ? किसी को पता नहीं था ?
4. मौसी उस मुहल्ले में कब आई थी कोई नहीं जानता था ?
5. तुम कौन हो ?
6. मौसी तुम कहाँ की रहने वाली हो ?
प्रश्नवाचक वाक्य का निर्माण पाठ से बाहर के
1. रामू तुम कहाँ जा रहे हो ?
2. पापा आप दिल्ली से कब आओगे ?
3. उमा तुम बाजार से क्या लाई हो ?
4. मोनू तुम नागपुर क्यों जा रहे हो ?
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