राज्य शिक्षक पुरस्कार पाने वाली अकलतरा विकासखंड की पहिली शिक्षिका है अर्चना शर्मा

शिक्षा में  किये गए उल्लेखनीय कार्य के लिए राज्यपाल के हाथों सम्मानित हुई अर्चना शर्मा



शिक्षा और समाज को समर्पित शिक्षक की कहानी जिन्होंने दृढ़ संकल्प और मजबूत इरादों के दम पर बदलकर रख दी शिक्षा की तस्वीर ।

हमारे समाज मे ऐसे अनेक अध्यापक है जिन्होंने अपने प्रयासों से ना केवल विद्यार्थियों को सफल बनाया अपितु विद्यार्थियों के साथ साथ स्कूल एंव आसपास के वातावरण को ही बदलकर शिक्षा क्रांति लाने का काम किया है। ऐसे मे हम सब का कर्तव्य बनता है कि हम अपने उन गुरूजनों के योगदान को याद करें जिन्होंने शिक्षा के साथ साथ बच्चों और विद्यालयों के सर्वांगीण विकास पर बल देकर ना केवल बच्चों की तकदीर बदली अपितु सरकारी स्कूलों का कायाकल्प भी करके दिखा दिया। इन अध्यापकों ने समाज मे संसाधनों का रोना रोने वाले लोगों को दिखाया कि अगर इरादे मजबूत हो और हौंसले बुलंद हो तो परिश्रम के बल पर बडी से बडी बाधा पार की जा सकती है।इन अध्यापकों की बदौलत आज कई सरकारी स्कूल बडे बडे प्राईवेट स्कूलों से शिक्षा,इंफ्रास्ट्रक्चर एंव रिजल्ट मे काफी आगे है। शिक्षा और समाज के प्रति इनके जज्बे एंव निष्ठा को हम दिल से सलाम करते है।

अर्चना शर्मा 

भारतीय संस्कृति में शिक्षक की भूमिका समाज को सुधार की ओर ले जाने वाले मार्गदर्शक के रूप में होती है।ये शिक्षक ही होते हैं,जो एक अनगढ़े बालक को सांचे में ढाल कर उसे एक संपूर्ण इंसान बनाते हैं।एक ऐसा माली जो पौधे रूपी विद्यार्थियों को पोषित करता है,और उन्हें बेहतर मनुष्य के रूप में पल्लवित कर,संस्कार रूपी पुष्प खिलाकर, सद्गुणों की महक देता है।आज हम बाते करेंगे शिक्षिका अर्चना शर्मा जी के विषय मे जिन्होंने अध्यापन के लिए नवाचार का मार्ग चुना जिससे विद्यार्थियों में खेल-खेल में शिक्षा के प्रति रुचि जागृत हो।अभी वर्तमान में शासकीय प्राथमिक शाला खिसोरा, विकासखण्ड अकलतरा जिला जांजगीर चाम्पा छत्तीसगढ़ में सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ है।

जीवन के मूल्यों को समझने के लिए शिक्षक और शिक्षा के महत्व को समझना बेहद जरूरी है।घर का पूरा माहौल शिक्षामय है।पति संजय कुमार शर्मा भी शिक्षक होने के साथ एक उम्दा इंसान है,जो कि नवाचारी सोच को हमेशा प्रोत्साहित करते है।

प्रेरणा

अच्छे काम के पीछे प्रेरणा, प्रद्युम्न कुमार शर्मा सर गोपेश साहू सर डाइट परिवार जांजगीर, , दोनो बच्चे संस्कृति सौम्य, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी वेंकटरमन पाटले, एबीओ स्वाति राठौर, रत्नमाला सिंह ,डॉ कोमल शुक्ला जी , संजय राठौर जी, नीलोत्पल गौराहा जी सौरभ जैन , हरि अग्रवाल, राजेन्द्र राठौड़  गोपाल शर्मा, बिट्टू शर्मा , सोडान सिह तरार,अफ्रीका,ओम वर्मा जी न्यूयॉर्क एवं सभी शिक्षक साथियों का , फेसबुक से जुड़े सभी मित्रों भाइयों बहनों का सहयोग रहता है हमेशा प्रोत्साहित करते है।पाठशाला के सभी बच्चो की मुस्कुराहटों से नई ऊर्जा मिलती है।

पारिवारिक पृष्ठभूमि

छत्तीसगढ़ राज्य के जांजगीर चाम्पा जिले के अकलतरा  विकासखंड के ग्राम तरौद में 30 दिसंबर 1981 को किसान परिवार में इनका जन्म हुआ था। इनके दादा जी शिक्षक थे। इनके पिता जी सीमेंट फैक्ट्री में काम करते थे इनकी माता गृहणी है। इनकी प्रारंभिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय अकलतरा में हुआ । शिक्षका अर्चना शर्मा अंग्रेजी साहित्य में एम ए तक की पढ़ाई की है। 

शिक्षा क्षेत्र का सफर

छत्तीसगढ़ राज्य के जांजगीर चाम्पा जिले के अकलतरा  विकासखंड  के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला तरौद में सन् 2005 में पदस्थापना हुई थी। चार वर्षों की सेवा के बाद सन् 2009 में युक्तियुक्तकरण के तहत पदस्थापना शासकीय प्राथमिक शाला बनाहिल में हुई कुछ वर्ष बाद अध्यापन व्यवस्था के तहत विकासखण्ड के विभिन्न शालाओं में कार्य करने के अवसर मिला।शिक्षिका अर्चना शर्मा जी,ने अध्यापन के लिए नवाचार का मार्ग चुना जिसके माध्यम से विद्यार्थियों के  मन में पठन पाठन के प्रति रुचि जागृत की।इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए कक्षा में साज सज्जा की फ्लेक्सि बनवाकर चिपकाई, क्रिएटिव कार्नर बनाई, प्रिंटरीच वातावरण तैयार की। खुद भी वाल पेंटिंग की ताकि कक्षा का वातावरण बच्चों को आकर्षित करे।

विषयवस्तु को रोचक बनाने के लिए खेलविधि

 रोलप्ले, नाट्य शैली,  क्राफ्ट वर्क, गीत ,कविता कहानी का निर्माण, स्वयं के खर्च से पाठ की समझ बनाने के लिये टी.एल.एम. का निर्माण, मोबाइल टेलीविजन( मनोज लाकरा सर जी  हरियाणा द्वारा प्रदत्त) का प्रयोग जैसी गतिविधि आधारित शिक्षा प्रदान की जिसका प्रभाव शीघ्र ही परिलक्षित भी हुआ। इस तरह अपने नवाचार के माध्यम से उनको प्रोत्साहित कर सीखने की ओर आगे बढ़ाया जिसमें सफलता मिली है।इसके अलावा शाला में होने वाले विभिन्न प्रकार के परीक्षा में बच्चों के प्रदर्शन से पालको को अवगत कराने के लाये ओपन डे का आयोजन किया जाता है।जिससे पालको एवं बच्चों को उन्होंने कहाँ पर गलतियां की एवं उनका प्रदर्शन कैसा है  इसकी जानकारी पालको को होती है।

◆ सहायता पेटी (हेल्प बॉक्स) की शुरुआत

बच्चों के बीच आपसी सहयोग की भावनाओं का विकास हो इसके लिए सहायता पेटी (हेल्प बॉक्स) की शुरुआत की जिसमें छात्रों के द्वारा पैसा जमा किया जाता एवं उनके द्वारा ऐसे  छात्रों की मदद की जाती है, जो पाठ्य सामग्री खरीदने में असमर्थ होते है एवं स्वयं के व्यय से समय समय पर बच्चों को पाठ्य सामग्री उपलब्ध करायी जाती है।

◆ कोरोना काल में किया गया कार्य

वर्तमान में कोरोना महामारी के संक्रमण को देखते हुए, विद्यालय खुलने के संबंध में अनिश्चितता है। ऐसे समय में छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों की पढ़ाई अनवरत जारी करने के लिए किया गया अभिनव पहल "पढ़ई तुंहर दुआर" कार्यक्रम किसी वरदान से कम नहीं है। इस कार्यक्रम के तहत् ऑनलाइन पढ़ाई के साथ ऑफलाइन पढ़ाई के लिए कई वैकल्पिक शिक्षा व्यवस्था की शुरूआत भी की गई है। जिसका लाभ प्रदेश के सभी बच्चें प्राप्त कर रहे हैं।

 ◆देश-विदेश मे मिला सम्मान

नेशनल ह्यूमेन वेलफेयर कॉउंसिल ने शिक्षिका अर्चना शर्मा को विभिन्न प्रकार के अवार्डों जैसे प्राइड ऑफ इंडिया, इंडियाज ग्रेट लीडर्स अवार्ड, भारत श्री, प्रेरणा, शिक्षरत्न, महिला शिखर सम्मान, अवार्ड से सम्मानित किए है। अंतर्राष्ट्रीय मंच जैसे सत्यमेव जयते यूएसए के फाउंडर ओम वर्मा जी एवं यूगांडा (अफ्रीका) आदर्श शिक्षा एवं संस्कार के संस्थापक अंतर्राष्ट्रीय समाज सेवक डॉ सोडान सिंह तरार जी द्वारा कार्यों को सराहना करते हुए सम्मानित भी किये है। राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है

बधाई सन्देश

श्रीमती अर्चना शर्मा ,सहायक शिक्षिका शा.प्रा.विद्यालय खिसोरा अकलतरा , जांजगीर (छत्तीसगढ़ ) को शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल शिक्षक पुरस्कार मिलने पर हार्दिक हार्दिक बधाई ,श्रीमती अर्चना शर्मा ,निरन्तर शिक्षा के क्षेत्र में नवीन नवाचारों का प्रयोग करते है ,ओर बच्चो को पढा रहे है ,साथ ही श्रीमती अर्चना शर्मा को  ऑनलाइन पढ़ाई करवाने के लिए भी पुरस्कार प्राप्त है।

श्रीमती अर्चना शर्मा अपने मेहनत से बच्चो को पढ़ा कर देश में छत्तीसगढ़ राज्य को गौरवान्वित कर रहे है ,साथ ही अर्चना शर्मा  का ,शिक्षा ज्योति नाम से एक शैक्षणिक ब्लॉग भी है ,जिसके व्यू लाखो में है ,,श्रीमती अर्चना शर्मा के सम्मानित होने पर ,मध्यप्रदेश इंदौर से भी साथी शिक्षक आजाद पटेल ने शुभकामनाए प्रेषित की ,साथी ही श्रीमती अर्चना शर्मा के उज्जवल भविष्य की कामना की ,।साथ ही,शिक्षक श्री मोहनलाल पटेल ,श्रीमती तनवीर कुरैशी ,श्री लोकेंद्र सिंह सोलंकी , श्री गोवर्धनलाल चौहान ,श्री दारा सिंह कायत ,श्री विमल सिंघला ,श्री भाव सिंह बमोतरिया ,श्रीमती माया गोयल आदि ने ,इंदौर से शुभकामनाए प्रेषित की।

आजाद पटेल 

माध्यमिक शिक्षक 

एम.ए. अंग्रेजी

सेमदा इंदौर

मीडिया प्रभारी इंदौर सम्भाग

मोबाइल /व्हाट्सप

9977011786

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