पर्यावरण कक्षा 5 अध्याय 10 लोहा कैसे बनता है?

 


प्रश्न 1. हमारे प्रदेश में इस्पात के प्रसिद्ध कारखाने का क्या नाम है ? 

उत्तर- हमारे प्रदेश में स्थित इस्पात कारखाने का नाम ‘ भिलाई इस्पात संयंत्र ' है । 

प्रश्न 2. लोहे के केट में लगी जालियों की पट्टियों को जोड़ने के लिए किस मशीन का प्रयोग होता है ? 

उत्तर- लोहे के गेट में लगी जालियों की पट्टियों को जोड़ने के लिए “ वैल्डिंग मशीन ” का प्रयोग होता है ।

प्रश्न 3. लोहे के बने किन - किन फर्नीचर का उपयोग आजकल ज्यादा होता है ? 

उत्तर - लोहे से बने हुए कुर्सी - टेबल , पलंग , सोफा , अलमीरा , बेन्च आदि का उपयोग आजकल अधिक होता है ।

लिखित प्रश्न

 प्रश्न 1. कारखानों व उद्योगों के आस - पास पेड़ पौधे क्यों लगाए जाते हैं ? 

उत्तर- कारखानों से निकलने वाली गैसों एवं धुएँ से होने वाले प्रदूषण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से कारखानों के आस - पास पेड़ - पौधे लगाए जाते हैं । 

प्रश्न 2. स्पंज लोहा कैसे बनता है ? 

उत्तर - लोहे के कारखाने में लौह खनिज के बड़े बड़े ढेलों को मशीनों द्वारा छोटे - छोटे टुकड़ों में तोड़ा जाता है । अब इनको पत्थर के कोयले के साथ घूमने वाली भट्टी में खूब गरम किया जाता है । भट्टी में खूब गरम करने से खनिज में मौजूद अशुद्धियाँ जल जाती हैं और शुद्ध लोहा पिघले हुए रूप में आ जाता है । यह लोहा काफी मुलायम होता है , इसी कारण इसको स्पंज लोहा कहते हैं ।

प्रश्न 3. छत्तीसगढ़ में लोहे का खनिज कहाँ कहाँ पाया जाता है ? 

उत्तर - छत्तीसगढ़ में लोहे का खनिज मुख्य रूप से दुर्ग ( दल्ली - राजहरा ) , दन्तेवाड़ा ( बैलाडीला ) , जगदलपुर , कांकेर में पाया जाता है । कुछ मात्रा में लौह खनिज रायपुर , रायगढ़ , राजनांदगाँव और सरगुजा जिलों में भी पाया जाता है । 

खोजो आसपास 

प्रश्न 1. तुम्हारे आस - पास और कौन - कौन से कारखाने हैं ? पता करो । - उत्तर- हमारे आस - पास सेंचुरी सीमेन्ट कारखाना , भिलाई इस्पात कारखाना , जामुल सीमेण्ट कारखाना , दुर्ग , मांढर का सीमेण्ट कारखाना , रायपुर , नेवरा , तिल्दा का सीमेण्ट कारखाना है ।

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