कर्तव्यनिष्ठ , व्यवहार कुशल शिक्षक के साथ-साथ लेखक, कवि ,साहित्यकार समाजसेवी तथा मंचीय कलाकार हैं - कृष्ण कुमार चंद्रा/ Along with the dutiful, tactful teacher, writer, poet, litterateur and social artist are - Krishna Kumar Chandra

 


            एक लंबे समय से साहित्य को मात्र साधना समझ कर उसका सृजन करने वाले मृदुभाषी, सहज व्यक्तित्व , बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्री कृष्ण कुमार चंद्रा जी सतपथी कर्तव्यनिष्ठ , व्यवहार कुशल शिक्षक के साथ-साथ लेखक, कवि ,साहित्यकार समाजसेवी तथा मंचीय  कलाकार हैं । आप ने विभिन्न विधाओं में जिला, राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर के शैक्षिक साहित्यिक तथा सामाजिक क्षेत्रों में पुरस्कार प्राप्त किए हैं। आपने शिक्षा दान का क्षेत्र अपना कर अपनी लगन शीलता, कर्तव्यनिष्ठता , कर्मठता , सहकारिता का भाव प्रदर्शित कर विद्यार्थियों के जीवन को उज्जवल बनाने का भागीरथ प्रयत्न किया है । शिक्षा के साथ-साथ साहित्यिक, सामाजिक क्षेत्रों में आपके द्वारा अनेक प्रशंसनीय कार्य संपादित किए गए हैं जो इस प्रकार हैं :-

⚛️ आपके द्वारा शैक्षिक क्षेत्र में राज्य स्तरीय विज्ञान मेला , कैरियर गाइडेंस , राष्ट्रीय सेवा योजना, विद्यार्थियों के शैक्षिक गतिविधियों में प्रगति हेतु कार्य, विद्यालय विकास के क्षेत्र में सामुदायिक सहभागिता ,पाक कला प्रतियोगिता , स्वच्छता एवं स्वास्थ्य आधारित कार्यक्रम , वृक्षारोपण कार्यक्रम,  शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम इत्यादि महत्वपूर्ण कार्यों में सक्रिय सहभागिता दर्शायी गई है। आपने गीत, नाटक प्रतियोगिताओं के लिए विद्यार्थियों को आर एम एस ए के तहत प्रेरित किया है।

⚛️ आपको विराट हास्य कवि सम्मेलन , शिक्षक साहित्यकार मंच में हिरदे कविरत्न, शब्द सूर्य अलंकरण, मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण ज्ञानदीप पुरस्कार , उत्कृष्ट कार्य क्षमता हेतु  प्रशस्ति पत्र , छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस साहित्य गौरव सम्मान से पुरस्कृत किया गया है । आपने राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार एवं वेबीनार में अपनी सक्रिय सहभागिता प्रदर्शित की है।

⚛️ साहित्य के क्षेत्रों में आप ने छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग  अऊ लोक सुराज अभियान जिला सम्मेलन, हिंदी भाषा साहित्य पत्रकारिता एवं सामाजिक कार्यों में आप ने समाज के प्रति उत्कृष्ट कार्य किया है ।आपके द्वारा समय-समय पर सामाजिक कार्यों हेतु आर्थिक मदद भी दी गई है जो अत्यंत सराहनीय है।

⚛️आपकी प्रथम उल्लेखनीय कृति आनंद के दोहे हैं जो आपकी रचनाधर्मिता एवं हिंदी साहित्य के प्रति सेवा भाव को प्रदर्शित करते हैं। इस संग्रह में 725 दोहे हैं जो जीवन के सभी क्षेत्रों पर प्रकाश डालते हैं।

⚛️वर्तमान में आपके द्वारा ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों प्रकार की कक्षाएं ली जा रही है, जिसमें आप बच्चों को अध्ययन अध्यापन कार्य में संलग्न कर रहे हैं। आप अत्यंत ही समर्पित भाव से शिक्षण कार्य करते हैं जिससे बच्चे सहज रूप से आपके शिक्षण प्रक्रिया तथा शैक्षिक गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं।

                                               

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