उद्देश्य- टी. एल. एम. की सहायता से Rhyme words के बारे में बताना।
आवश्यक सामग्री- ड्राइंग शीट, स्केच कलर, कैची, पेंसिल आदि।
निर्माण विधि- (1) ड्राइंग शीट लेना, उसे चकोर काट कर उसमें बॉर्डर बनाना।
(2) दूसरे कलर का ड्राइंग शीट लेकर फूल की पंखुड़ी के आकार में काट कर ड्राइंग शीट में चिपकाना।
(3) इस तरह से एक के ऊपर एक तीन रंगों के ड्राइंग शीट को चिपकाते जाना है।
(4) बीच में गोल आकार के ड्राइंग शीट काट कर उसमें Rhyming words लिखना।
(5) फूल की प्रत्येक पंखुड़ियों में Rhyming words लिखना।
प्रयोग विधि- Rhyming words का अर्थ मिलते जुलते शब्द से है।
समान तुक बताने वाले शब्द Rhyming words कहलाता है।
इसमें आखरी का Word एक समान होता है जैसे- rat, cat, mat प्रत्येक पंखुड़ियों में Word के पीछे समान तुक वाले शब्द छिपे हैं जैसे-
Rat, cat, mat
Tin, pin, bin
Set, met, get
इस प्रकार प्रत्येक पंखुड़ियों के वर्णो को बारी-बारी से उच्चारण करते हुए बच्चों को बहुत सारे Rhyming words सिखाया जा सकता है।
लाभ- इससे बच्चे रुचि के साथ फूल के प्रत्येक पंखुड़ी में लिखे शब्दों का उच्चारण कर Rhyming words जल्दी से सीखेंगे।
प्रस्तुति- श्रीमती धनमत साहू शासकीय प्राथमिक शाला बेलटिकरी, विकासखंड बिलाईगढ़, जिला बलौदा बाजार छत्तीसगढ़।
(2) लिंग
उद्देश्य- TLM की सहायता से लिंग बदलो के बारे में बताना।
आवश्यक सामग्री-ड्राइंग शीट, स्केच कलर, पेंसिल, कैची, ईयर रिंग, डिवाइडर आदि।
निर्माण विधि- (1) ड्राइंग शीट लेना, वृत्ताकार काट लेना वृत्ताकार को 16 भागों में विभाजित करके उनमें शब्दों को लिखना।
(2) दूसरा ड्राइंग शीट लेना, उसे भी वृत्ताकार काट लेना इसे भी 16 भागों में विभाजित करना, विभाजित करने के बाद इसमें परिवर्तित लिंग को लिखना।
(3) ड्राइंग शीट को वृत्ताकार काट के चिपकाना इसमें लिंग बदलो लिखना एवं बीच में इयररिंग घुसाना।
प्रयोग विधि- जिस शब्द से पुरुष जाति या स्त्री जाति का बोध होता है, उसे लिंग कहते हैं। लिंग दो प्रकार के होते हैं (1) पुल्लिंग
(2) स्त्रीलिंग
जिस शब्द से पुरुष जाति का बोध होता है उसे पुल्लिंग एवं जिस शब्द से स्त्री जाति का बोध होता है उसे स्त्रीलिंग कहते हैं।
गुलाबी सर्कल में पुल्लिंग शब्द लिखे गए हैं सर्कल को घुमाते हुए उसके विपरीत लिंग से मिलान करते हुए लिंग बदलो की गतिविधि करायी जा सकती है।बच्चे स्वयं सर्कल घुमाते हुए लिंग बदलो की गतिविधि कर सकते हैं। लिंग के बारे में समझ विकसित कर सकते हैं।
लाभ- इसमें बच्चे रुचि के साथ सर्कल को घुमाते हुए लिंग की समझ विकसित करते हैं। कम समय में अधिक शिक्षा TLM के माध्यम से बच्चे जल्दी सीखते हैं।
प्रस्तुति-श्रीमती धनमत साहू शासकीय प्राथमिक शाला बेलटिकरी, विकासखंड बिलाईगढ़, जिला बलौदा बाजार छत्तीसगढ़।
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