क्रिएटिव टीचर मनीषा सिंह/CREATIVE TEACHER MANISHA SINGH


                        शिक्षिका मनीषा सिंह

भारत देश में प्राचीनकाल से  शिक्षक के लिए गुरु शब्द का प्रयोग किया जाता रहा हैँ गुरु का शाब्दिक अर्थ ही संपूर्ण होता हैँ यानि कि जीवन कि सम्पूर्णता को हासिल कराने कि दिशा में अपने छात्रों का पथ का प्रदर्शन करने वाला | इसके साथ ही बच्चों के जीवन  का रोल मॉडल भी एक शिक्षक होता हैँ इसलिए प्रत्येक शिक्षक को अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा से करना चाहिए। आज  ऐसे ही कर्तव्यनिष्ठ शिक्षिका  के बारे में  जानेंगे। श्रीमती मनीषा सिंह  जो कि छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर जिले के तखतपुर विकासखंड के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय अमसेना में कार्यरत है।  बिलासपुर से अमसेना रोजना आना जाना करती है।
उनके संघर्ष की कहानी  उन्हीं की जुबानी
मेरी शिक्षक के पद पर प्रथम  नियुक्ति 16-06-2007 को वर्ग -2 में विकासखंड पंडरिया जिला कबीरधाम में  हुई थी उस समय मैं स्नात्तकोत्तर की पढ़ाई कर रही थी बचपन  से ही पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों में विशेष रूचि होने की वजह से ही स्कूल समय में ही मुझे  स्काउट गाइड में राज्यपाल पुरुस्कार भोपाल , राष्ट्रीय स्तर में जम्बूरी केम्प उड़ीसा का अनुभव   मिल चुका था इसलिए सेवा में आने के बाद मैंने स्काउट गाइड को शाला में संचालित करने की सोच से मैंने राष्ट्रीय स्तर पर बेसिक रेंजर स्काउट गाइड का प्रशिक्षण पचमढ़ी म. प्र. में 2008 में किया था,  2008 में ही मेरी शादी हो जाने की वजह से मेरा स्थानांतरण बिलासपुर हुआ | शुरूआती दिनों में ससुराल वालों  की तरफ से नौकरी छोड़ने का बहुत दवाब रहा था क्योंकि मेरे ससुर जी क़ृषि विभाग में उप संचालक के पद पर थे और घर वालों को पसंद नहीं था  कि उनके घर कि इकलौती बहू नौकरी करे,  पर मुझे ग्रामीण अंचल के बच्चों के भविष्य को उज्जवल करने का  मन था जिसकी वजह से शुरूआती समय मेरा मुश्किल भरा रहा | जिसकी वजह से शुरू से ही मेरा लक्ष्य सिर्फ शैक्षणिक गतिविधि कराना और अपना पूरा समय बच्चों के बीच व्यतीत करना था जिसका असर यह हुआ कि मेरे आसपास के सभी शिक्षकगण मुझे तेज तर्राट,  घमंडी प्रवृत्ति वाली समझते थे और  मैंने लोगों कि परवाह ना करके सिर्फ बच्चों  पर अपना ध्यान केंद्रित किया | अंग्रेजी विषय में विशेष रूचि होने की वजह से बच्चों में अंग्रेजी विषय के शिक्षण हेतु विभिन्न प्रकार के TLM का निर्माण,English speaking , Cursive writing , इसके साथ शाला में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन मेरे द्वारा मेरी शाला में किया जाता है ताकि बच्चे पढ़ाई के प्रति उत्साहित रहे और उनका सर्वांर्गीण विकास हो |
यूट्यूब पर इनके वीडियो देखने के लिए click here
मेरे द्वारा बच्चों के सर्वागीण विकास हेतु किये गए प्रयास --
1) विभिन्न प्रकार के TLM in English subject का निर्माण कर अंग्रेजी विषय को रोचक बनाने का प्रयास किया गया |
2) स्काउट गाइड में भी गाइड कैप्टन के पद पर कार्य करते हुए शाला के 5  बच्चों को राज्यपाल पुरुस्कार दिलाया|   इसके साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर शाला कि छात्राओं ने आपदा प्रबंधन, पर्वतरोही, साहसिक केम्प में पचमढ़ी म. प्र. में 2017 में भाग लिया |
3) शाला में समय समय पर विभिन्न प्रतियोगिताओँ जैसे कर्सिव राइटिंग, बेच बनाओ, क्विज प्रतियोगिता का आयोजन कर स्वयं के खर्च पर बच्चों को सेर्टिफिकेट देना ताकि वे प्रोत्साहित होकर आगे बढ़े |
4) English subject में विभिन्न गतिविधि करवा के विषय को सरल बनाया |
5) शाला के साथ ग्राम अमसेना में स्काउट गाइड के बच्चों के साथ  स्वच्छता अभियान कर ग्रामीण वासियों को जागृत करना |6) ग्रीष्म कालीन अप्रैल माह में प्याऊ व्यवस्था का संचालन करना ताकि राहगीरों कि  प्यास बुझाया जाये और बच्चों मे समाज के प्रति जिम्मेदारी, अपनत्व कि भावना का विकास करवाना |
7) शाला सौंदर्यीकरण के तहत ग्रीन बोर्ड को सजाना,  कक्षा की साज सज्जा करना, शाला में वृक्षारोपण कराना |
8) शाला में  English Speaking पर जोर देके बच्चों को अंग्रेजी बोलने के लिए गतिवधि कराना |
9) कबाड़ से जुगाड़ के तहत पुराने समाचार पत्रों, पुरानी वस्तुओं को उपयोग कर उन्हें उपयोगी बनाने की कार्यशाला का शाला में आयोजन करना |
10) बच्चों को आपदा प्रबंधन में प्राथमिक उपचार में स्ट्रेचर बनाना,  बांस डंडो से विभिन्न प्रकार के गैजेट्स बनवाना और सीखना ताकि भूकम्प,बाढ़ जैसे आपदाओं में खुद का भोजन और कैसे इनसे बचा जाये उसकी शिक्षा बच्चों को देना |
मेरे द्वारा जरूरतमंद बच्चों के लिए आर्थिक रूप से मदद -
1) बिलासपुर जिले के बहुत से शालाओं में पतिदेव के साथ जाकर स्कूल बैग का वितरण 2 वर्षो से किया 2018-2019 में किया गया |
2) मेरी शाला अमसेना में 30 कुर्सियों और 2 व्हाइट बोर्ड का दान ताकि बच्चें पढ़ाई में सुधार हो |
3) ग्रामीण अंचल में  कार्यरत NGO youth peace foundation को बड़े साइज का प्रोजेक्टर दान स्वरूप दिया गया ताकि ग्रामीण जन जागरूक रहे  |
मेरी उपलब्धि - 1) शाला में अंग्रेजी विषय की शिक्षिका के साथ ही स्काउट गाइड में एडवांस गाइड कैप्टन के पद पर पदस्थ हूँ
2) राज्य स्तरीय एक माह का अंग्रेजी विषय का प्रशिक्षण ELTI SCERT प्राप्त |
3) राष्ट्रीय स्तर पर स्काउट गाइड का प्रशिक्षण प्राप्त |
4) समग्र शिक्षा के ऑनलाइन capacity building कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्राप्त |
5 ) द टीचर ऐप से भी विभिन्न प्रशिक्षण प्राप्त |
6) राज्य स्तरीय वीडियो मेकिंग का प्रशिक्षण प्राप्त |
7) कबाड़ से जुगाड़ प्रतियोगिता में चयन होकर जिला स्तरीय कार्यशाला में शामिल होना |
8) नवाचारी शिक्षिका के जिला स्तरीय   कार्यशाला में स्थान |
9) मेरी रचनाओं को राज्य स्तरीय बाल पत्रिका किलोल एवं नया आयाम में मेरी रचनाओं और गतिविधि को स्थान मिलना| 10) महिला दिवस विशेष में जिला शिक्षाधिकारी सम्मानीय श्री भार्गव सर के द्वारा सम्मान मिलना|
 अपने कार्य को पूरी लगन और निष्ठा से करने के बाद भी मेरी गतिविधियों को कभी भी विकासखंड स्तर पर नहीं पहुंचाया गया जिसके फलस्वरूप जिला स्तर में मेरे किये गए कार्यो की कोई जानकारी नहीं दी गयी  और ना ही मैंने कोई प्रयास किया कि  लोग या अधिकारी मेरे कार्यों की तारीफ़ करे,  बिना किसी चाह के सिर्फ मेरा लक्ष्य सिर्फ बच्चों को आगे बढ़ाना है ना की खुद को प्रसिद्धि दिलवाना,  जिसकी वजह से मुझे आज तक कोई भी पुरुस्कार पहले नहीं मिला इस वर्ष से ही मेरे कार्यों को जिला स्तर प्रशिक्षण संस्था डाइट पेण्ड्रा के प्रिंसिपल सर जे. पी. पुष्प सर जी ने देखा और सराहना किये और कहा कि इतना कार्य करने  के बाद भी आज तक आपका नाम किसी पुरुस्कार में नहीं गया, तब मैंने कहा कि मैंने कभी किसी पुरुस्कार के लिए काम नहीं किया सिर्फ खुद कि आत्म संतुष्टि के लिए किया, और ये कार्य तो अधिकारीगण का है जिनके द्वारा मुझे कोई सहयोग नहीं दिया गया ,  तब इस साल से मेरा नाम जिला स्तर पर गया और मुझे महिला दिवस पर सम्मानित किया गया | जिला स्तर पर श्री संदीप चोपड़े सर जी और जिला प्रशिक्षण संस्था पेण्ड्रा के प्रिंसिपल सर श्री जे. पी. पुष्प सर जी ने मेरे कार्यों को देखा और सराहा और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया |
अब परिवार का भी मिल रहा है भरपूर सहयो
और आज मेरी लगन, निष्ठा देखकर मेरे ससुराल वाले और मेरे पति मेरा भरपूर साथ दे रहे है जिसकी वजह से अब मुझे अपने काम में और अच्छे से करने की प्रेरणा मेरे पति के द्वारा मिल रही है और अब वे भी मेरे शाला के बच्चों के लिए बहुत कुछ करते रहते है और मुझे अंग्रेजी विषय में अच्छे से अच्छा काम करने के लिए प्रेरित करते रहते है

और ये है मेरे संघर्ष की कहानी !
































































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2 Comments

  1. बहुत सुन्दर कार्य इससे शिक्षक प्रेरित हौ कर कार्य करेगे।

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  2. इंग्लिश विकर्षण को सरल बनाने के लिए आपने क्या किया मैम

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